Thursday 22 October 2020
Saturday 17 October 2020
Thursday 15 October 2020
Saturday 3 October 2020
Monday 14 September 2020
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं 💓🙏
हिन्दी दिवस
जो सबकी राष्ट्र भाषा है, वह हिंदी प्यारी भाषा है।
हिन्दी का सम्मान करें हम,
दुनिया में इसका नाम करें हम,
नाज भी इस पर कर ले हम,
प्रेम भी इससे कर ले हम,
पहचान मेरी ये भाषा है, वह हिंदी प्यारी भाषा है।
वैसे सभी भाषाओं का,
अपना अपना ग्यान है,
कैसे लेकिन हम ये भूलें,
हिन्दी हमारी जान है,
अभिमान मेरा ये भाषा है, वह हिंदी प्यारी भाषा है।
हर हिन्दुस्तानी को अब,
अपना कर्ज चुकाना है,
जैसे हो हर हाल में हो,
इसका मान बढाना है,
संस्कार मेरे ये भाषा है, वह हिंदी प्यारी भाषा है।
आओ मिलकर प्रण ये कर ले,
अपनी भाषा में खुद को रंग ले
मान हमेशा इस पर कर ले ,
बात हमेशा इससे कर ले,
अपनेपन का भाव ये भाषा है, वह हिंदी प्यारी भाषा है।
Thursday 3 September 2020
बदलाव
एक सुनहरा मौका उन लोगों के लिए जो समाज के लिए निस्वार्थ सेवा करना चाहते हैं और बच्चों को भी सिखाना चाहते हैं। जो भी आगे आना चाहते हैं आइए ये मेरा इंडिया उनका करता है।
Thursday 27 August 2020
Friday 14 August 2020
Friday 24 July 2020
Thursday 23 July 2020
My hindi teaching app
Monday 6 July 2020
Friday 3 July 2020
Friday 26 June 2020
छात्र, छात्राओं को राहत
Wednesday 24 June 2020
चीनी सामान का बहिष्कार
Sunday 14 June 2020
चीन की नापाक हरकत
छोटे बच्चों के माता-पिता जरूर देखें ये
Thursday 11 June 2020
Tuesday 9 June 2020
Monday 8 June 2020
Friday 5 June 2020
Monday 18 May 2020
Friday 15 May 2020
Wednesday 13 May 2020
Monday 11 May 2020
Sunday 3 May 2020
2020
Saturday 2 May 2020
Friday 1 May 2020
आज की बात
सिनेमा जगत के दो महान कलाकारों ने पिछले दिनों में दुनिया को अलविदा कह दिया है। ये तो अभिनय के द्वारा लोगों का मनोरंजन करते थे। ऐसा करके वे पैसा कमाते थे। पर हमारे अपने आसपास बहुत ही महान कलाकार होते हैं जिनका हमें पता तब चलता है जब वे हमसे दूर चले जाते हैं। कुछ तारे टूट कर भी लोगों की इच्छा पूरी कर जाते हैं। कुछ तारों की चमक कभी भी फीकी नहीं पड़ती, समय के साथ बढती है। ऐसे सितारे होते हैं हमारे अपने यानी बूढे माता-पिता। सिनेमा जगत में तो सितारे आते-जाते रहेंगे। इरफान खान और ऋषि कपूर से तीन दिन पहले एक ऐसे इनसान ने अलविदा कहा जो सिनेमा जगत की अदाकारा तो नहीं थी पर जीवन में उनका अभिनय काबिले-तारीफ़ था।उनसे जो एक बार मिल लेता था तो बस उनकी तरह बनना चाहता था। ऐसी शख्सियत की मालकिन थी वह। सौभाग्य से वह थी मेरी माँ जिसे हम ने एक सप्ताह पहले हमेशा के लिए खो दिया। जल्दी ही इस सदमे से बाहर आकर आपके लिए कुछ नए शब्द लाने की कोशिश करूंग ी। माँ भी चाहतीं थी कि Show must go on.
Monday 27 April 2020
Akshay Tritiya
परियों की एककहानी थी वह
एक शिकायत रहेगी उससे
बिन बोले क्यू चली गई वह
जाना था तो बोल के जाती
सबको कुछ समझाकर जाती
जैसे तू देती थी हमको
रस्ते का खाना ले जाती
बसता रहे घर आँगन उसका
जिस आँगन की धड़कन थी वह।
खिलती रहे उसकी वह बगिया
जिस बगिया की मालिन थी वह।
माँ बस आशीर्वाद देती रहना 🙏😢
Saturday 25 April 2020
बात शिक्षा की
Friday 24 April 2020
सुरक्षित रहा है और निम्न वर्ग के लिए सरकार या प्रशासन बहुत कुछ कर देते हैं।समाज के लोग भी मदद के लिए आगे आते हैं।बेचारा मध्यम वर्गीय बीच में ही फँस जाता है।न ही कोई उसकी मदद करता है और न ही कोई उसकी हालत समझ सकता है सिवाय एक उसी वर्ग के व्यक्ति के अलावा।किसी ने ठीक ही कहा है कि जिस तन लागे सोई तन जाने।पर मेरा आप सब से निवेदन है कि अगर आप समर्थ हैं और किसी के लिए कुछ करना चाहते हैं तो एक बार एसे लोगो के बारे में जरूर सोचिएगा।यकीन मानिये ये भी एक बहुत बड़ा योगदान होगा देश और समाज की सेवा करने का।
Thursday 23 April 2020
बात आज की
।
आज के समय के अनुसार कुछ शब्दों को कविता का रुप देने की कोशिश कर रही हूँ।कोई गलती हो तो माफ़ कीजियेगा अगर हो सके तो गलती बता दीजिएग ताकि मैं उसे सुधार सकूँ।
वक्त की एक खासियत तो सब जानते हैं
कि चलता है चलता है बस चल रहा है
पर आज वक्त की एक खासियत सामने आई है
कि सबका एक जैसा चल रहा है
क्या अमीर क्या गरीब सब छिपे बैठे हैं
बाहर तो बस कोरोना ही चल रहा है
क्या ऐसा नहीं लगता कि सब कुछ रुक सा गया है
वक्त का भी तो रंग रूप बदल गया है
चलते चलते वक्त ने एक बात तो सिखाई है
अपने लिए न सही अपनों के लिए भी रुकना पड़ता है।