शाम ढले हर पंछी को घर जाना ही पड़ता है कौन खुशी से मरता है बस मर जाना ही पड़ता है।
सिनेमा जगत के दो महान कलाकारों ने पिछले दिनों में दुनिया को अलविदा कह दिया है। ये तो अभिनय के द्वारा लोगों का मनोरंजन करते थे। ऐसा करके वे पैसा कमाते थे। पर हमारे अपने आसपास बहुत ही महान कलाकार होते हैं जिनका हमें पता तब चलता है जब वे हमसे दूर चले जाते हैं। कुछ तारे टूट कर भी लोगों की इच्छा पूरी कर जाते हैं। कुछ तारों की चमक कभी भी फीकी नहीं पड़ती, समय के साथ बढती है। ऐसे सितारे होते हैं हमारे अपने यानी बूढे माता-पिता। सिनेमा जगत में तो सितारे आते-जाते रहेंगे। इरफान खान और ऋषि कपूर से तीन दिन पहले एक ऐसे इनसान ने अलविदा कहा जो सिनेमा जगत की अदाकारा तो नहीं थी पर जीवन में उनका अभिनय काबिले-तारीफ़ था।उनसे जो एक बार मिल लेता था तो बस उनकी तरह बनना चाहता था। ऐसी शख्सियत की मालकिन थी वह। सौभाग्य से वह थी मेरी माँ जिसे हम ने एक सप्ताह पहले हमेशा के लिए खो दिया। जल्दी ही इस सदमे से बाहर आकर आपके लिए कुछ नए शब्द लाने की कोशिश करूंग ी। माँ भी चाहतीं थी कि Show must go on.
सिनेमा जगत के दो महान कलाकारों ने पिछले दिनों में दुनिया को अलविदा कह दिया है। ये तो अभिनय के द्वारा लोगों का मनोरंजन करते थे। ऐसा करके वे पैसा कमाते थे। पर हमारे अपने आसपास बहुत ही महान कलाकार होते हैं जिनका हमें पता तब चलता है जब वे हमसे दूर चले जाते हैं। कुछ तारे टूट कर भी लोगों की इच्छा पूरी कर जाते हैं। कुछ तारों की चमक कभी भी फीकी नहीं पड़ती, समय के साथ बढती है। ऐसे सितारे होते हैं हमारे अपने यानी बूढे माता-पिता। सिनेमा जगत में तो सितारे आते-जाते रहेंगे। इरफान खान और ऋषि कपूर से तीन दिन पहले एक ऐसे इनसान ने अलविदा कहा जो सिनेमा जगत की अदाकारा तो नहीं थी पर जीवन में उनका अभिनय काबिले-तारीफ़ था।उनसे जो एक बार मिल लेता था तो बस उनकी तरह बनना चाहता था। ऐसी शख्सियत की मालकिन थी वह। सौभाग्य से वह थी मेरी माँ जिसे हम ने एक सप्ताह पहले हमेशा के लिए खो दिया। जल्दी ही इस सदमे से बाहर आकर आपके लिए कुछ नए शब्द लाने की कोशिश करूंग ी। माँ भी चाहतीं थी कि Show must go on.
कभी अलविदा न कहना।
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